Sonu jha
कोलकाता : बीएसएफ जवानों ने बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास सोमवार को जबरन तस्करी की कोशिशों को नाकाम करते हुए मुठभेड़ में एक मवेशी तस्कर को ढेर कर दिया। जवानों ने बहादुरी का परिचय देते हुए कई मवेशियों को भी सीमा पार होने से बचाया।एक बयान में बताया गया कि यह घटना बल के दक्षिण बंगाल सीमांत अंतर्गत 141वीं वाहिनी की सीमा चौकी जालंगी इलाके में मध्यरात्रि के समय घटी।

बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी अमरीश कुमार आर्य ने बताया कि मवेशियों की तस्करी की कोशिश कर रहे तस्करों के दल को रोके जाने पर उन्होंने जवानों पर हमला कर दिया। जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से एक तस्कर मारा गया। उन्होंने बताया कि रात लगभग 1:30 बजे ड्यूटी पर तैनात जवानों को को कुछ संदिग्ध गतिविधि का अंदेशा हुआ। कुछ तस्कर मवेशी के साथ सीमा की तरफ बढ़ रहे थे। जवानों ने तस्करों का पीछा कर ललकारा तो चेतावनी को नजरंदाज कर तस्कर लगातार बढ़ रहे थे। जवानों ने नजदीक जाकर जब रोकना चाहा तो तस्करों ने हमला कर दिया। तस्करों का आक्रामक रवैया देखकर जवानों ने अपनी आत्मरक्षा में एक स्टन ग्रेनेड फेंका लेकिन तस्कर फिर भी नहीं रुके। देखते ही देखते तस्करों ने जवानों को चारों तरफ से घेर लिया और जवानों पर हमला तेज कर दिया। आखिरकार, जवानों ने जवाब में दो राउंड फायरिंग की, जिसके बाद सभी तस्कर अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकले।इस दौरान गोली लगने से एक तस्कर की मौत हो गई। मौके से एक मवेशी भी जब्त किया। मारे गए तस्कर की पहचान मोमीनुल इस्लाम (35), गांव- जिन्नतपारा, थाना- रानीनगर, जिला- मुर्शिदाबाद के रूप में हुई।
तस्कर के शव को आगे की कार्रवाई के लिए जालंगी थाना को सौंप दिया गया।

तस्कर अक्सर करते हैं जवानों पर जानलेवा हमला : बीएसएफ
बीएसएफ डीआइजी ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर जब तस्करों को उनके गलत मंसूबों में सफ़लता नहीं मिलती है तो वे जवानों पर अक्सर जानलेवा हमला करते हैं जिसकी वजह से कई बार हमारे जवान गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। जवान अपनी और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के साथ- साथ तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाते हैं जिसके परिणामस्वरूप कई बार तस्करों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।
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