Sonu jha
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले से विस्फोटकों की बरामदगी मामले में मुख्य साजिशकर्ता व सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के अंचल अध्यक्ष इस्लाम चौधरी की शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बड़ा दावा किया है। एनआइए के सूत्रों के अनुसार, चौधरी रुपये लेकर विस्फोटकों
को लाने ले जाने के लिए शेफ पैसेज यानी सुरक्षित मार्ग तैयार करता था। इसके लिए मोटी राशि बांटी जाती थी। एनआइए अब इसकी तहकीकात में जुट गई है। जांच से पता चला है कि चौधरी मामले में विस्फोटकों की आपूर्ति में एक प्रमुख साजिशकर्ता और सूत्रधार था।
बता दें कि बीरभूम के मोहम्मदबाजार से पिछले साल 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर सहित अन्य विस्फोटकों की जब्ती मामले में एनआइए ने शुक्रवार सुबह चौधरी को जिले के मुराराई ग्राम स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था।
एनआइए ने इस दौरान 1.50 लाख रुपये नकद, बैंक लेनदेन के दस्तावेज, मोबाइल नंबरों के साथ पर्चियां, सिम कार्ड, तीन मोबाइल फोन और आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए। चौधरी तृणमूल का अंचल अध्यक्ष है। हाल में संपन्न पंचायत चुनाव में उसकी पत्नी निर्विरोध जीती थीं। इससे पहले इस मामले में एनआइए ने हाल में एक अन्य तृणमूल नेता व व्यवसायी मनोज घोष को गिरफ्तार किया था। पिछले साल जून में दर्ज इस मामले में अब तक आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
बंगाल पुलिस के एसटीएफ ने मोहम्मद बाजार थाना क्षेत्र में एक वाहन से करीब 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर जब्त किया था और वाहन चालक आशीष केवरा को गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के बाद तलाशी में 27,000 किलोग्राम से अधिक अमोनियम नाइट्रेट, 1,625 किलोग्राम से अधिक जिलेटिन छड़ें, 2,525 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, मैगजीन के साथ एक पिस्तौल आदि चीजें बरामद की गई थीं।
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