
कोलकाता : भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करों व अपराधियों के मंसूबे नाकाम करने के लिए दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ व बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने हर स्तर पर मिलकर काम करने व खुफिया जानकारी साझा करने का निर्णय लिया है।

सीमा अपराधों को पूरी तरह रोकने के लिए दोनों बल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दिन व रात के वक्त समन्वित गश्त भी बढ़ाएंगे। बांग्लादेश के यशोर में दो से पांच सितंबर तक बीएसएफ व बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडरों के बीच आयोजित महानिरीक्षक (आइजी) स्तर के 19वें सीमा समन्वय सम्मेलन में इसपर दोनों पक्षों में सहमति बनी।

बीएसएफ ने बुधवार को एक बयान में बताया कि सौहार्दपूर्ण माहौल में हुए चार दिवसीय इस सम्मेलन में दोनों देशों के अधिकारियों ने प्रभावी सीमा प्रबंधन से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की।
सम्मेलन के अंत में दोनों पक्षों ने चर्चा के संयुक्त रिकार्ड (जेआरडी) पर हस्ताक्षर किया। सम्मेलन में बीएसएफ के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, कोलकाता के आइजी आयूष मणि तिवारी, आइपीएस ने किया।

तिवारी ने कहा कि अपराधी सीमा के दोनों ओर मौजूद हैं। उनके नापाक मंसूबों को तभी नाकाम किया जा सकता है जब बीएसएफ और बीजीबी हर स्तर पर मिलकर काम करें। इसके लिए बीएसएफ हर समय बेहतरीन सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि समन्वित सीमा प्रबंधन योजना एक ऐसा साधन है जिसे प्रभावी सीमा प्रबंधन के लिए दोनों बलों द्वारा विकसित किया गया है। इसके सही मायने में क्रियान्वयन की जिम्मेदारी सीमा पर तैनात दोनों बलों के कंधों पर है। तिवारी ने विश्वास दिलाया कि यह बैठक दोनों बलों के संबंधों को और अधिक ऊंचाई पर ले जाएगी।
बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के उदार आतिथ्य के लिए बीजीबी कमांडर का धन्यवाद किया

उन्होंने बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल के उदार आतिथ्य के लिए बीजीबी कमांडर का धन्यवाद किया। वहीं, सम्मेलन में 21 सदस्यीय बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले मोहम्मद मोर्शेद आलम, अतिरिक्त महानिदेशक, रीजन कमांडर, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर ने सम्मेलन के दौरान कहा कि बीजीबी और बीएसएफ दोनों सबसे जटिल और गतिशील भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात हैं। उन्होंने सीमा प्रबंधन के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में बीएसएफ और भारत सरकार के सहयोग का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने आश्वासन दिया कि बीजीबी इस तरह की भावना को जमीनी स्तर पर ले जाने का इरादा रखती है ताकि समस्याओं को आसानी से हल किया जा सके। सम्मेलन में दोनों देशों के गृह व विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल में दिनेश कुमार यादव, आइपीएस, आइजी, गुवाहाटी फ्रंटियर, दीपक एम दामोर, आइपीएस, आइजी, उत्तर बंगाल फ्रंटियर समेत गृह तथा विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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