शिबपुर पुलिस स्टेशन परिसर में जमीन के अंदर से बरामद किए गए सदियों पुराने तोप के गोलों को राज्य न्यायिक संग्रहालय और अनुसंधान केंद्र में रखने का स्थान मिला हैं।
शिवपुर थाना परिसर से एक सदी पुराने दो तोप के गोले बरामद किये गये। अब उस तोप के गोले को राज्य न्यायिक संग्रहालय एवं अनुसंधान केंद्र में रखने का स्थान मिल रहा हैं।
तोप के गोले सोमवार को शिबपुर पुलिस स्टेशन से राज्यों के प्रशासक जनरल और आधिकारिक ट्रस्टी बिप्लब रॉय को सौंप दिए गए। मालूम हो कि कुछ महीने पहले पानी की पाइप लाइन के लिए जमीन खोदते समय प्राचीन तोपों के दो अप्रयुक्त गोले बरामद हुए थे.
मामले की जानकारी होने के बाद इन दोनों सीपियों को राज्य के न्यायिक संग्रहालय एवं अनुसंधान केंद्र में रखने का प्रयास किया गया. इसके लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से अनुमति मांगी गई है। हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इस संबंध में अपनी अनुमति दे दी है.
इसके बाद राज्य के प्रशासक जनरल और आधिकारिक ट्रस्टी बिप्लब रॉय शिबपुर पुलिस स्टेशन पहुंचे और दो तोप के गोले लेकर आए. उन्होंने कहा, ‘दोनों गोले कम से कम 100 साल से अधिक पुराने हैं. किसी भी कारण से उपयोग नहीं किया गया.
इसे जमीन के अंदर दबा दिया गया था. हम सेना और तोपखाने विशेषज्ञों के साथ परीक्षण करके इन दोनों गोले का इतिहास जानेंगे।
इसके साथ ही इसको साफ कर पूर्व स्वरूप में लाया जाएगा। इसके बाद ही उन्हें उनके इतिहास के संदर्भ में राज्य न्यायिक संग्रहालय एवं अनुसंधान केंद्र में आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा। 15 दिनों के अंदर इन दोनों गोले का पूरा इतिहास पता चल जाएगा.