हावड़ा. शहर में बढ़ रहे डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए हावड़ा नगर निगम की ओर से अदभूत कदम उठाया गया है. निगम डेंगू की रोकथाम के लिए 14 लाख रुपये खर्च करेगा. इसकी घोषणा निगम के चेयरमैन डॉ सुजय चक्रवर्ती ने दी. निगम के इस फैसले को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. हालांकि निगम का दावा है कि यह कदम कारगर साबित होगा.

जानकारी के अनुसार, शनिवार को डेंगू को लेकर शरत सदन में निगम की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया था. इस बैठक में निगम इलाके के अंतर्गत आने वाले 400 सरकार द्वारा पंजीकृत क्लब के सदस्य शामिल थे. बैठक में डेंगू से निबटने के लिए प्रत्येक क्लब को 3500 रुपये का अनुदान देने का फैसला लिया गया. इस बारे में पूछे जाने पर निगम के चेयरमैन सुजय चक्रवर्ती ने कहा कि डेंगू को रोकने के लिए ऐसा अभियान पहली बार किया जा रहा है.

डॉ चक्रवर्ती ने कहा कि शहरी अंचल के चार विधानसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले क्लबों को इस अभियान में शामिल किया गया है. इसमें चार सौ क्लब भाग ले रहे हैं. शनिवार को बैठक में शामिल होने वाले क्लबों के सदस्यों से फॉर्म भरवा दिया गया है. यह राशि क्लब के बैंक अकाउंट में दिया जायेगा. इसके बाद प्रत्येक क्लब फ्लेक्स और बैनर बनाकर आठ अक्तूबर को अपने-अपने इलाके में रैली निकालेंगे. इससे आम लोगों में डेंगू के प्रति जागरूकता बढ़ेगी.

बाद में इन सभी क्लबों से हिसाब भी लिया जायेगा. दुर्गापूजा करने वाले क्लब भी इस अभियान में शामिल हैं और पूजा मंडप के आसपास बैनर लगायेंगे. निश्चित तौर पर इससे जागरूकता बढ़ेगी. निगम का उद्देश्य डेंगू पर काबू पाना है. वहीं, भाजपा प्रदेश सचिव उमेश राय ने कहा कि यह हावड़ा नगर निगम की विफलता का उदाहरण है. डेंगू को रोकने के लिए एक हजार से अधिक कर्मचारी काम पर लगे हुए हैं. बावजूद इसके 14 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं.

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