
इक्यावन शक्ति पीठों में से एक सिद्ध पीठ माँ शीतला का मंदिर कौशाम्बी जिले के कडा धाम में स्थित है| गंगा नदी किनारे बने इस मंदिर में माँ शीतला के दर्शन के लिए देश के कोने कोने से भक्त गण आते है| इस स्थान पर देवी सती का दाहिना कर (पंजा) गिरा था|

जो आज भी देवी शीतला की मूर्ति के सामने कुंड में दिखता है| इस कुंड की विशेषता यह है कि इससे हर समय जल की धारा निकलती रहती है| इस कुंड को जल या दूध से भरवाने के लिए भक्त गण अपनी बारी का इंतजार करते है|

कुंड को जल या दूध से भरवाने पर भक्तों की सभी मनौती पूरी होती है ऐसा लोगों का मानना है| मा शीतला को पूर्वान्चल की अधिष्ठात्री देवी कहा जाता है। मां शीतला के र्दशन व्रत रखने से माताओं को पुत्र की प्राप्ति होती हैं। नवरात्री में माँ के दर्शन के लिए दिन भर मेले स नजारा मंदिर में दिखता है|

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