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कोलकाता: माकपा शासित पश्चिमबंगाल के अंतिम सीएम बुद्धदेव भट्टाचार्य लगातार तीन दिन से वुडलैंड अस्पताल में भर्ती है। मंगलवार की बुलेटिन अपडेट के मुताबिक पूर्व सीएम धीरे धीरे स्वस्थ हो रहे है। सोमवार उन्हें वेंटिलेशन से बाहर निकाला गया। अभी उनकी हालत स्थिर हैं। वुडलैंड अस्पताल के सीईओ रूपाली बसु ने अपनी प्रेस स्टेटमेंट में इस बात की पुष्टीकरण की।
9 चिकित्सकों की एक टीम उन पर नजर रख रही हैं। डॉक्टर कौशिक चक्रवर्ती, डॉक्टर सौतिक पांडा, डॉक्टर सुष्मिता देवनाथ, डॉक्टर सरोज मंडल, डॉक्टर अंकन बंधोपाधाय, डॉक्टर ध्रुब भट्टाचार्य, डॉक्टर आशीष पात्र, डॉक्टर सोमनाथ मैती और डॉक्टर सप्तोर्षी बसु पूर्व सीएम के हालत को मॉनिटर कर रहे हैं।
79 साल के वरिष्ठ माकपा नेता तथा पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रह चुके तथा लेखक, बुद्धदेव भट्टाचार्य को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। तबियत बिगड़ने पर 29 जुलाई बुद्धदेब भट्टाचार्य को आनन फानन में कोलकाता के वुडलैंड अस्पताल में भर्ती किया गया था।
माकपा शासित पश्चिमबंगाल में ज्योति बसु के बाद सत्ता संभालने वाले शेष माकपा मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य थे। जो लगातार दो बार सीएम पद संभाले थे। लिखने में रुचि रखनेवाले बुद्धदेव भट्टाचार्य ने किताब को ही अपना सर्वस्व एसेट मानते थे। सादगी से जीवन जीनेवाले बुद्धदेव को कभी भी शहर की चकाचौंध आकर्षित नहीं किया। कवि सुकांत भट्टाचार्य के इस उत्तराधिकारी ने अपने क्षमताओं का कभी भी गलत इस्तेमाल नहीं किया। लोग कहते है कि बुद्धदेव राजनेता कम कवि ज्यादा हैं। शायद यही वजह है कि वे आज भी राज्यवासी के मन में अपना एक अलग जगह बनाएं रखे हैं। राजनीति में उन्होंने नीति को हमेशा ऊपर रखा। पॉलिटिकल आइडियोलॉजी अलग होने के वावजूद वह सभी राजनेताओं के दिल में आज भी बसते हैं ।