Sonu jha
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में पुरी की तर्ज पर बन रहे जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने 43 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बजट आवंटित किया है। इस तरह इस मंदिर के लिए कुल बजट बढ़कर 143 करोड़ रुपये हो गया है। दूसरी तरफ हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ के विकास के लिए राज्य सरकार ने 58.5 करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया है।
राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने गुरुवार को विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में यह जानकारी दी।
तृणमूल कांग्रेस के विधायक व पूर्व आइपीएस हुमायूं कबीर ने विधानसभा में दीघा मंदिर एवं आइएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने फुरफुरा शरीफ के लिए आवंटित बजट के संबंध में सवाल किया था।
इसके जवाब में मंत्री हकीम ने कहा कि दीघा में 143 करोड़ की लागत से जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। राज्य सरकार ने पहले 100 करोड़ का बजट आवंटित किया था, जिसमें 43 करोड़ और बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि इस साल के अंत यानी दिसंबर 2023 या अगले साल की शुरुआत (जनवरी 2024) में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा और इसे आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। बता दें कि 2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा में समुद्र किनारे ओडिशा के पुरी की तर्ज पर भव्य जगन्नाथ मंदिर बनाने की घोषणा की थी। पिछले साल मई, 2022 में अक्षय तृतीया के दिन, दीघा में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था।
फुरफुरा शरीफ डेवलपमेंट बोर्ड के जरिए खर्च होगी राशि
मंत्री हकीम ने सदन को बताया कि फुरफुरा शरीफ के विकास के लिए सरकार गंभीर है। 58.5 करोड़ से अधिक का आवंटन किया गया है। यह पैसा फुरफुरा शरीफ डेवलपमेंट बोर्ड के जरिए खर्च किया जाएगा। हकीम के इस दावे के बाद फुरफुरा शरीफ के पीरजादा और भांगड़ से आइएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने सवाल उठाया कि फुरफुरा विकास बोर्ड का कार्यालय कहां है? इसके जवाब में हकीम ने कहा, हमें अभी तक कोई आफिस नहीं मिला है। वहां एक सुनसान जगह मिली है। कार्यालय वहीं होगा। फुरफुरा शरीफ के गेट के बगल की जमीन पर ही आफिस, गेस्ट हाउस बनेगा। फिलहाल श्रीरामपुर स्थित उपविभागीय शासक कार्यालय से ही कामकाज जारी रहेगा।