Sonu jha
कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल सीमांत के महानिरीक्षक (आईजी) आयुष मणि तिवारी, आइपीएस को 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) से सम्मानित किया गया। तमिलनाडु कैडर के 1997 बैच के आइपीएस अधिकारी
आयुष मणि तिवारी 14 मार्च, 2023 से दक्षिण बंगाल सीमांत की कमान संभाल रहे हैं, जिसका मुख्यालय कोलकाता में ही है। इस साल स्वतंत्रता दिवस- 2023 पर बीएसएफ के कुल 55 कार्मिकों को विभिन्न पदकों से सम्मानित किया गया है। इनमें चार कार्मिकों को वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीएमजी), पांच कार्मिकों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और 46 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएम) से सम्मानित किया गया है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे आयुष मणि तिवारी ने (आइआरएमए) आनंद, गुजरात से एमबीए किया है और उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से पुलिस प्रबंधन में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है।
तमिलनाडु के कई जिलों के एसपी व अन्य अहम पदों पर दिए हैं सेवा
आइपीएस तिवारी ने तमिलनाडु के कई सांप्रदायिक और जाति-संवेदनशील जिले जैसे तूतीकोरिन, मदुरै, तिरुवल्लुर और नमक्कल में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। इन्होंने चेन्नई शहर में डीसीपी, कोयम्बटूर रेंज के डीआइजी और तमिलनाडु में सशस्त्र पुलिस के आइजी के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
वर्ष 2007 में तिवारी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए पाकिस्तान के साथ सीमा पर स्थापित गुजरात ब्यूरो का नेतृत्व भी किया। इन्होंने तीन साल तक नागरिक उड्डयन ब्यूरो में डीडीजी के पद पर भी कार्य किया है।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर से पहले वह बीएसएफ के राजस्थान फ्रंटियर के आइजी और बल मुख्यालय, नई दिल्ली में विभिन्न महत्पूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। विभिन्न सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें कई बड़े सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है, जिसमें सराहनीय सेवा के लिए वर्ष 2015 में प्राप्त राष्ट्रपति पुलिस पदक भी शामिल है।