Sonu jha
कोलकाता : बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा के पास एक बार फिर तस्करों के मंसूबे विफल करते हुए अवैध हथियारों की खेप पकड़ी है।
शनिवार देर रात जब्त किए गए हथियारों में चार पिस्टल (देशी कट्टा) और आठ जिंदा कारतूस शामिल हैं। रविवार को एक बयान में बताया गया कि तस्कर इन हथियारों को सीमा पार कराकर भारत से बांग्लादेश में तस्करी करने की फिराक में था।
अधिकारियों ने बताया कि एक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए सीमा चौकी पेट्रापोल इलाके से पांचवीं वाहिनी के जवानों ने इन हथियारों को जब्त किया। रात के अंधेरे में इन हथियारों को तस्करी की जा रही थी।
जवानों को पुख्ता खबर मिली कि उनके इलाके से हथियारों की तस्करी होने वाली है। तत्पश्चात, बताए हुए इलाके में घात लगाया गया। जवानों ने दो-तीन तस्करों को सीमा की तरफ आते हुए देखा। पीछा करने पर तस्कर हथियारों को छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाकर वापस भारतीय गांव की तरफ भाग गए। गहन तलाशी ली में मौके से एक बैग बरामद किया जिसमें ये हथियार रखे थे। जब्त हथियारों को आगे की कार्रवाई के लिए पेट्रापोल थाने को सौंप दिया है।
बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी एके आर्य ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल भारत- बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है, जिसके चलते तस्करों के मंसूबे लगातार नाकाम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब्त हथियारों के पीछे किसका हाथ है, बीएसएफ का खुफिया विभाग इसका पता लगाने में जुटा है। जल्द ही तस्करों को पकड़ लिया जाएगा।
बांग्लादेश सीमा से लगातार हो रही हथियारों की जब्ती बता दें कि बीएसएफ जवानों ने इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के दिन भी मालदा व उत्तर 24 परगना जिले में बांग्लादेश सीमा के पास तस्करों के मंसूबे विफल करते हुए दो घटनाओं में बड़ी संख्या में हथियार जब्त किए थे।
इसमें तीन पिस्टल, 13 जिंदा कारतूस व चार मैगजीन शामिल था। इसके बाद 21 अगस्त को उत्तर 24 परगना जिले में सीमा चौकी गोबर्धा इलाके से भी एक देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस व एक मैगजीन जब्त किया था।