Sonu jha
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में हाल में पंचायत चुनाव के बाद पंचायत गठन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से समझौते को लेकर माकपा अब अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करने जा रही है। माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती का दावा है कि हम संगठनात्मक तरीके से कदम उठा रहे हैं।
माकपा ने पूर्व मेदिनीपुर जिले में अब तक आठ लोगों को निष्कासित कर दिया है। करीब 150 लोगों को शोकाज किया गया है। हुगली में पांच लोगों को पहले ही पार्टी से बाहर कर दिया गया है। पार्टी सूत्रों से पता चला है कि कई अन्य नेता और कार्यकर्ता पार्टी के निशाने पर हैं। यही घटना नदिया समेत अन्य जिलों में भी घटी।
हालांकि, माकपा नेतृत्व को उन लोगों की दुविधा का सामना करना पड़ता है जो लोग पार्टी के सदस्य नहीं हैं। उनके खिलाफ कोई संगठनात्मक कार्रवाई नहीं की जा सकती।
उन सभी जगहों पर पर्चे बांटकर लोगों को बताया जा रहा है कि संबंधित व्यक्ति से पार्टी का कोई संपर्क नहीं है।
ऐसा होने की आशंका से माकपा ने कई जिलों में बोर्ड गठन पर जीत हासिल करने वाले सदस्यों को पंचायत कार्यालय नहीं जाने का आदेश दिया है। पार्टी के हुगली जिले के सचिव देबब्रत घोष ने कहा कि जहां हम संख्या हासिल करने में सफल रहे हैं, हम केवल बोर्ड के गठन के दिन ही वहां गए हैं।
बाकी जगहों पर बाद में शपथ लेने का फैसला किया गया। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए हमने पार्टी में ये फैसला लिया। नदिया जिला सचिव सुमित दे ने कहा कि जिले की 185 ग्राम पंचायतों में से 120 में हमारे प्रतिनिधि हैं। इन 120 में से 18 से 20 पंचायत क्षेत्रों पर भाजपा को समर्थन या प्रोत्साहन देने का आरोप लगा है।