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कोलकाता : मनरेगा समेत विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत बंगाल सरकार को बकाया भुगतान नहीं करने के खिलाफ राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस केंद्र के विरुद्ध लगातार अभियान चला रही है। इसको लेकर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की अगुवाई में हाल में दिल्ली में दो दिनों तक धरना प्रदर्शन के बाद कोलकाता में राजभवन के बाहर भी कई दिनों तक तृणमूल ने धरना दिया था।

इन सबके बीच अब राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा की प्रदेश इकाई भी इसके जवाब में मनरेगा भ्रष्टाचार के खिलाफ यहां एक बड़ी रैली की तैयारी में है। पार्टी ने मनरेगा के तहत 100 दिन के काम से वंचित लोगों के साथ 29 नवंबर को कोलकाता के धर्मतल्ला में विक्टोरिया हाउस के सामने बड़ी रैली करने की योजना बनाई है। इसके लिए पार्टी की ओर से कोलकाता पुलिस को पत्र भेजकर रैली की अनुमति भी मांगी गई है।

संयोग से, भाजपा ने वही स्थान चुना है जहां तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को अपनी वार्षिक शहीद दिवस रैली आयोजित करती है। हालांकि यह समझते हुए कि पार्टी को उस विशेष स्थल पर रैली के लिए पुलिस अनुमति नहीं देगी, प्रदेश भाजपा ऐसी स्थिति में कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने और वहां से अनुमति प्राप्त करने की भी तैयारी में है।

प्रदेश इकाई के एक नेता ने बताया कि रैली के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह और राज्यमंत्री निरंजन ज्योति को भी आमंत्रित किया जाएगा। भाजपा नेताओं के अनुसार, परियोजनाओं को लागू करने में राज्य प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के कारण हजारों वास्तविक लोग मनरेगा योजना के तहत 100 दिन के रोजगार से वंचित हो गए। करोड़ों फर्जी जाब कार्ड उन लोगों को बांटे गए जो योजना के तहत काम के पात्र नहीं हैं।

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