संघमित्रा सक्सेना
बैरकपुर: मेडीकल कॉलेज में दाखिला का झांसा दे कर 20 लाख रूपये का चुना लगाया। दरहसल नॉर्थ चांदमारी रोड की रहनेवाली राजोर्शी चक्रवर्ती को एक फोन कॉल आया था। फोन करने वाला सत्यनारायण खुद को मेडिकल कंसल्टेंट बताया था। इसके अलावा सत्यनारायण अपने आपको सत्यनारायण एसोसिएट्स का प्रोपाईटार बताते हुऐ बातचीत के दौरान सत्यनारायण एसोसिएट्स के डायरेक्टर(सत्यनारायण) महिला को तोपसिया के ऑफिस में बुलाया।
सत्यानारण से ऑफिस में मिलने के बाद महिला को पता चला कि एम बी बी एस की एक सीट खाली है। लेकिन इस सीट में भर्ती होने के लिए 52 लाख रुपए देने पड़ेंगे। महिला पहले इसे नकार देती है, लेकिन फिर महिला को याद आती है कि जिस मोबाइल नंबर से फोन आया था वही नंबर से मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए एक विज्ञापन एक दैनिक पत्रिका में छपी थी। फिर अभियुक्त ने नीट(यूजी) 2020 के प्रश्नपत्र के लिए 20 लाख मांगा। महिला प्रश्नपत्र के बारे में पूछने के लिए सत्यनारायण एंड एसोसिएट्स के नंबर पर कॉल की। मार्च 2021 को आरोपी ने महिला को बताया कि सत्यनारायण एसोसिएट्स की नई दफ्तर दमदम सालती प्लाजा में है। तोपसिया से इस दफ्तर को स्थानांतर किया गया है।
महिला जब अपने बेटी के एडमिशन के बारे में पूछी तो सत्यनारायण ने उन्हें कंपनी के दूसरे पार्टनर सौरभ सशमल से बात करने के लिए कहा। इस बीच सत्यनारायण ने फिर से महिला को कॉल किया और मेडिकल की पढ़ाई के लिए सीट कन्फर्म होने की पुष्टि की। अभियुक्त ने यह कहा कि मेडिकल कॉलेज में दाखिला के लिए 25 लाख देने होंगे। जिसमे 10 लाख एडवांस देना होगा। महिला ने सत्यनारायण एंड एसोसिएट्स के दोनो पार्टनर को कैश और चेक में पैसा दी। नवंबर 2021 में बांकुरा सम्मिलानी मेडिकल कॉलेज में दाखिला के लिए कागजात देने के नाम पर बाकी बचे 10 लाख की मांग की। महिला ने फिर से 10 लाख रुपए आईएमपीएस और बैंक के माध्यम से दोनों को ट्रांसफर किया। लेकिन राजोर्शी चक्रवर्ती की बेटी का दाखिला नहीं हुआ। बाद में दोनों अभियुक्तों के खिलाफ प्रताड़ित हुई महिला ने बैरकपुर कमिश्नरेट में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
इस बीच फिर से एक विज्ञापन ने बैरकपुर पुलिस को चौकन्ना कर दिया। स्थानीय सूत्रों के आधार पर और सिलीगुड़ी, भक्तिनगर पीएस के साथ अशिनगर आऊट पोस्ट में ज्वाइंट रेड किया गया और दोनों आरोपी को पुलिस हिरासत में लिया गया। बता दे कि जॉइंट ऑपरेशन के दौरान दमदम पीएस की एक टीम भी मौजूद थी। एसआई स्वर्णिम कुंडू इस केस के आईओ हैं। बता दे कि छानबीन के दौरान अभियुक्तों के फर्जी कंपनी सतनारायण एंड एसोसिएट्स के नाम पर एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होने का सबूत मिला है। इसके साथ ही कई लोगों के साथ मेडिकल के भर्ती कराने की नाम पर धोखाधड़ी करने का सबूत मिला है।