दरभंगा–जदयू के कद्दावर नेता सह पूर्व केन्द्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि दरभंगा में बन रहे एम्स को केंद्र सरकार लटकाना चाह रही है। वह चाहती है कि केंद्र की परियोजनाएं बिहार में सरजमीं पर नहीं उतरे। पत्रकार सम्मेलन में उन्होंने कहा कि शोभन में 200 एकड़ जमीन दी गई है, जिसे गढ्ढे की जमीन कहकर केंद्र सरकार आनाकानी कर रही है। जदयू नेता ने कहा कि आज मुंबई, दुबई समेत दुनिया के कई देशों में समुद्र को भरकर पूरा का पूरा शहर बसा दिया गया है, लेकिन गढ्ढे की जमीन कहकर एम्स का निर्माण केंद्र सरकार नहीं करना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर एनओसी मिल जाए, तो बिहार सरकार सवा 300 करोड़ की लागत से एम्स की सभी सुविधाएं मुहैया कर देगी। एम्स को लेकर दरभंगा के सांसद समेत दरभंगा पहुंचे कई केंद्रीय मंत्री नौटंकी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दरभंगा पटना के बाद बिहार का सबसे बड़ा मेडिकल हब बनने जा रहा है। उन्होंने जातीय जनगणना के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुबारकबाद दिया और कहां के आज से पहले बिहार में आदिवासियों और दलितों की संख्या को कोई जानता भी नहीं था, लेकिन आज इन लोगों की संख्या बढ़ गई है। अति पिछड़ा वर्ग और पिछड़ा वर्ग की भी संख्या बढ़ गई है। साथ में मुसलमान की संख्या भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में अभी न्याय देने वाली सरकार है, जो समाज के आखिरी लोगों को भी आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति का भी मूल्यांकन कर उसका भी उत्थान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की 73% दौलत 3% लोगों के पास है। इस मौके पर विधायक पूर्व विधायक रामनिवास प्रसाद, पूर्व विधायक डा. फराज फातमी, जदयू के जिला प्रवक्ता राशिद जमाल आदि मौजूद थे।