कुमार गौरव
मधुबनी: जिले में पंचायत समिति एवं जिला परिषद में नीतीश सरकार के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है , वहीं नीतीश सरकार पर जनप्रतिनिधियों के साथ दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया और भत्ता में बढ़ोत्तरी नहीं करना सरकार को महंगा पड़ेगा ।
इसको लेकर खजौली प्रखंड कार्यालय के बाहर प्रखंड के पंचायत समिति सदस्यों ने बिहार सरकार के दोहरी नीति के खिलाफ प्रखंड प्रमुख कुमारी उषा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बिहार सरकार ग्राम पंचायत एवं ग्राम कचहरी की जनप्रतिनिधियों की भत्ता में 110 प्रतिशत तक वृद्धि किया है।
लेकिन एक साजिश के तहत पंचायत समिति एवं जिला परिषद स्तर की प्रतिनिधियों को भत्ता वृद्धि से बंचित रखा गया हैं जो खेद का विषय हैं इससे बिहार सरकार के नीति व नियत पर सवाल खड़ा हो रहा है। जब सभी प्रतिनिधियों को भत्ता की भुगतान हो रही है तो फिर पंचायत समिति,ं जिला परिषद सदस्य प्रमुख, उप-प्रमुख जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के मानदेय में वृद्धि क्यों नहीं की गई।
सरकार को चेताबनी भरे लहजे में कहा कि यदि सरकार शीघ्र पंचायत समिति एवं जिला परिषद के भत्ता में सम्मानजनक वृद्धि नहीं करते हैं तो सरकार को आगामी चुनाव में इसका भाड़ी खामियाजा भुगतना पड़ेगा। मौके पर पंचायत समिति सदस्य मनोज कुमार झा रघुवीर गडे़री ललन कुमार सिंह, पप्पू कुमार यादव, रामनाथ पासवान देवकला देवी समीना खातून आदि मौजूद थे ।