Sonu jha
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को विधानसभा में आरोप लगाया कि विपक्षी भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल को बदनाम करने के लिए लोगों के बीच विभाजन पैदा करके गड़बड़ी पैदा करने की योजना बना रही है।
पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर भाजपा द्वारा राज्य विधानसभा में लाए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोलते हुए ममता ने दावा किया कि उन्हें जानकारी है कि इसकी योजना (साजिश) भाजपा नेतृत्व द्वारा हाल ही में पार्टी की राज्य इकाई के शीर्ष नेताओं के साथ नई दिल्ली में हुई बैठक के दौरान तैयार की गई थी। ममता ने दावा किया कि भाजपा ने यहां कुछ पार्टी को फंड देने की भी योजना बनाई है जो तृणमूल कांग्रेस के वोटों को विभाजित कर सकती है।
ममता ने कहा, मुझे दिल्ली में भाजपा की बैठक के बारे में जानकारी है। मैं इसमें मौजूद लोगों का नाम नहीं लूंगी। वे धर्म और जाति के आधार पर समाज को विभाजित करने की योजना बना रहे हैं। वे बंगाल में महिलाओं, एससी, एसटी और राजबंशियों सहित कमजोर वर्गों के खिलाफ कथित अपराधों को उजागर करने की योजना बना रहे हैं ताकि राज्य की छवि को खराब किया जा सके। ममता ने आरोप लगाया कि मणिपुर की तरह भाजपा यहां भी एक दूसरे समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़काना चाहती है।
पंचायत चुनाव में तृणमूल पर हिंसा फैलाने के भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए ममता ने स्पष्ट कहा कि कुछ जगहों पर हिंसा को छोड़ चुनाव शांतिपूर्ण हुआ। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सिर्फ सात जगहों पर हिंसा हुई और इसके लिए उन्होंने विपक्षी दलों व केंद्रीय बलों को जिम्मेदार ठहराया। ममता ने सवाल किया जब हाई कोर्ट के निर्देश पर करीब 82,000 केंद्रीय बल के जवान पंचायत चुनाव में तैनात किए गए थे, तब हिंसा कैसे हुई?
विधानसभा में इस दिन पंचायत चुनाव में हिंसा और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भाजपा द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर चर्चा हुई। यह पहली बार है कि जब 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद मुख्य विपक्षी बनी भाजपा के किसी कार्य स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने चर्चा की अनुमति दी।
हालाकि, जब ममता ने प्रस्ताव पर जवाबी भाषण शुरू किया और 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम में मतगणना केंद्र पर दो घंटे तक बिजली कटौती का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि लाइट बंद करके आप (भाजपा) जीत गए तो, इससे नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत सभी भाजपा विधायक भड़क गए। मुख्यमंत्री के भाषण का बहिष्कार करते हुए सभी भाजपा विधायक नारेबाजी करते व काले कपड़े लहराते हुए सदन से वाकआउट कर गए। हालांकि ममता ने अपना भाषण जारी रखा। बता दें कि नंदीग्राम सीट से ममता सुवेंदु से करीबी मुकाबले में हार गईं थीं।