सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ सीमावर्ती क्षेत्र के प्रतिभाशाली युवा छात्रों के भविष्य संवारने एवं ग्रामीण आबादी की मदद के लिए भी लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में बीएसएफ की 40वीं बटालियन द्वारा बुधवार को जलपाईगुड़ी जिले में सीमा चौकी (बीओपी) बीआरके बारी और कुचलीबाड़ी की जिम्मेदारी वाले इलाके में स्थानीय प्रतिभाशाली युवा छात्रों के लिए एक कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया गया।
इसका उद्घाटन बल के जलपाईगुड़ी सेक्टर के डीआइजी ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) विजय मेहता ने किया। इस मौके पर 40वीं वाहिनी के कमांडेंट वीके कासना समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।अधिकारियों ने बताया कि इस केंद्र के लिए लगभग दो लाख रुपये की राशि से चार अत्याधुनिक कंप्यूटर सेट समेत इससे जुड़े सभी सामान और इंटरनेट कनेक्शन के साथ प्रदान की गई है। साथ ही हाईटेक कंप्यूटर प्रशिक्षण कक्षा भी बीएसएफ द्वारा तैयार की गई है। इस दिन 40वीं वाहिनी द्वारा यहां आयोजित सिविक एक्शन प्रोग्राम में सीमा पर बाड़ के आगे स्थित जहूरबस्ती गांव के ग्रामीणों को लगभग 25 हजार रुपये मूल्य के सौर पैनल भी रखरखाव मुक्त बैटरी समेत सौंपे गए। इससे अब इस सीमावर्ती गांव के लोगों को सौर ऊर्जा की मदद से रात में उचित रोशनी मिलेगी। इस कार्यक्रम में कमांडेंट वीके कासना समेत सेकेंड इन कमांड बिभूति भूषण कुमार, उप कमांडेंट संतोष कुमार, सहायक कमांडेंट प्रमोद ओझा समेत ग्राम प्रधान, उप प्रधान, सदस्य व स्थानीय लोग एवं सभी रैंकों के अधीनस्थ अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय आबादी की मदद के लिए पिछले दिनों 40वीं वाहिनी द्वारा कई सिविक एक्शन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से विभिन्न गांवों में आरओ प्लांट, सोलर पैनल, लाइट, बैटरी, बल्ब, युवा छात्रों के बीच अध्ययन सामग्री व ट्रैक सूट आदि प्रदान किया गया। बीते रविवार को इस वाहिनी द्वारा सीमा चौकी तिस्ता प्यास्ती में चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसका बड़ी संख्या में लोगों ने लाभ उठाया। इस मौके पर कमांडेंट ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से बीएसएफ व स्थानीय ग्रामीणों के बीच संबंध और प्रगाढ़ हो रहे हैं।