इस बार रामनवमी पर भव्य शोभायात्रा
शोभायात्रा में शामिल होगी राम मंदिर की झांकी।
8 फुट के भगवान श्रीराम की प्रतिमा और 7 फुट के हनुमान जी की प्रतिमा भी शामिल होगी।
हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है।
हावड़ा से सौरभ झा की रिपोर्ट
हावड़ा : हावड़ा में इस बार रामनवमी पर्व बहुत ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाई जाएगी। इस दिन यानी 10 अप्रैल को एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जा रहा है। आयोजकों को इस आयोजन में हजारों लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। इस बार शोभायात्रा में टैब्लो में श्री राम जन्मभूमि मंदिर जा बनाया गया है। साथ ही श्री राम की 8 फीट ऊंची और हनुमान की 7 फीट ऊंची प्रतिमा भी रखी जाएगी।
बताया गया है कि इस वर्ष अंजनीपुत्र सेना की ओर से रविवार यानी 10 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर एक विशाल शोभायात्रा निकाला जाएगा। यह शोभायात्रा शिवपुर थाना अंतर्गत अवनी मॉल से हावड़ा थाना अंतर्गत हावड़ा मैदान तक निकाला जाएगा। अंजनीपुत्र के संस्थापक सदस्य सुरेंद्र वर्मा ने उक्त जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से, अंजनीपुत्र सेना ही एकमात्र पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर शोभायात्रा आयोजित करती आ रही है। हालांकि अब पूरे पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर रामनवमी पर जुलूस और शोभायात्रा निकलते हैं लेकिन सबसे पुराना और सबसे बड़ा शोभायात्रा निकालने का रिकॉर्ड अंजनीपुत्र सेना का ही है।
अंजनीपुत्र के संस्थापक सदस्य सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि पिछले दो वर्षों में कोरोना के कारण रामनवमी का जुलूस नहीं निकाला गया है। केवल पूजा हुई है, लेकिन इस साल केंद्र सरकार ने कोरोना के सभी स्वास्थ्य प्रतिबंध हटा दिए हैं। ऐसे में अंजनीपुत्र सेना इन दो वर्षों के अंतराल को पूरा करने जा रही है। वे इस वर्ष हावड़ा शहरवासियों को विभिन्न प्रकार के टैबलो के माध्यम से दिखाना चाहते हैं कि उनकी परंपरा क्या थी? इसके अलावा अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में बन रहा है, उसी मंदिर का प्रारूप भी टैबलो के माध्यम से शोभायात्रा में दिखाया जाएगा। यह लगभग 18 से 20 फीट चौड़ा, 13 से 15 फीट लंबा और लगभग 10 फीट ऊंचा होता है। राम मंदिर के ढांचे के निर्माण का काम पहले से ही जोरों पर है। मंदिर के निर्माण में लगभग 35 श्रमिकों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि शनिवार की रात तक मंदिर बनकर उन्हें सौंप दिया जाएगा। इसके अलावा इस शोभायात्रा के लिए श्री राम की आठ फीट की और हनुमान की सात फीट की मिट्टी की प्रतिमा भी बनाई गई है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में लगभग 30,000 से 40,000 लोग शोभायात्रा में शामिल हुए थे।
इस वर्ष यह आंकड़ा कितनी जाएगा, उन्हें अंदाजा नहीं है। हालांकि उनके पास लगभग एक हजार सदस्य हैं। किसी को आमंत्रित नहीं किया जाता है। संगठन की ओर से अलग-अलग जगहों पर सिर्फ सोशल मीडिया और बैनर पोस्टर ही लगाए गए है। शोभायात्रा के शुरू होने के साथ ही स्थानीय लोग इसमें शामिल होते जाते हैं। उन्होंने बताया कि करीब एक माह पूर्व पुलिस प्रशासन से अनुमति लेने के लिए आवेदन दिया गया है। उन्होंने कहा कि लगभग हर साल अनुमति मिल जाती है। इस साल भी उन्हें अनुमति मिल जाएगी।