इस बीच रेल हादसे के बाद दुर्घनाग्रस्त कोरोमंडल एक्सप्रेस के फंसे करीब 200 यात्रियों को लेकर एक विशेष ट्रेन सुबह करीब 11 बजे हावड़ा स्टेशन पहुंची।
दक्षिण पूर्व रेलवे के एसडीजीएम वीनित गुप्ता ने बताया कि इस ट्रेन में चोटिल लोग नहीं थे, इसमें वे यात्री थे जिन्हें बहुत ही मामूली या बिल्कुल चोट नहीं थी।ज्यादातर लोग मद्रास जा रहे थे। उन्होंने बताया कि एक दूसरी ट्रेन भी इसके कुछ देर बाद करीब 1000 यात्रियों को लेकर हावड़ा स्टेशन पहुंची। दूसरी ट्रेन हादसे का शिकार हुई 12864 सर एम विश्वेश्वरैया-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ही है। इसकी दो बोगियां जो पटरी से उतरकर दुर्घटनाग्रस्त हुई, उन दोनों को छोड़कर यह ट्रेन करीब 1000 यात्रियों को लेकर यहां पहुंची। इधर, हादसे के बाद रेलवे द्वारा हावड़ा जंक्शन पर एंबुलेंस और चिकित्सा कैंप की स्थापना भी की गई है। रेलवे ने हावड़ा, शालीमार, सियालदह, खड़गपुर समेत विभिन्न स्टेशनों पर सहायता बूथ खोलने के साथ कई हेल्पलाइन नंबर भी पहले ही शुरू किया है।
उल्लेखनीय है कि बालासोर में शुक्रवार शाम बेंगलुरु-हावड़ा एक्प्रेस, शालीमार- चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी आपस में टकराकर भीषण दुर्घटना का शिकार हो गईं। दक्षिण पूर्व रेलवे द्वारा शनिवार दोपहर में जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस हादसे में 261 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। घायल यात्रियों को बालासोर, गोपालपुर, खंटापारा, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।