शादी से पहले अक्सर लोग वर और वधु की कुंडली का मिलान करते हैं। 36 गुणों में दोनों के जितने अधिक गुण मिलते हैं उसे बेहतर जीवनसाथी माना जाता है। लेकिन अब आधुनिकता के इस दौर में बेहतर जीवनसाथी और शादी के बाद बच्चों के स्वस्थ होने की जिज्ञासा के चलते जन्म कुंडली के साथ हेल्थ चेकअप करवाना भी जरूरी हो गया है। अब डॉक्टर इस बात की सलाह दे रहे हैं। दरअसल मैक्स हॉस्पिटल ने बहादुरगढ में ब्लड कैंसर और रक्त विकारों के प्रति जागरूकता कैम्प का आयोजन किया गया था। डॉ सिल्की जैन ने बताया कि हर साल भारत में 10 हजार बच्चे थैलीसीमिया से पीड़ित जन्म लेते हैं। उन्होंने कहा कि थैलीसीमिया एक जेनेटिक बीमारी है, जिससे पीड़ित बच्चे को हर महीने खून चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। इससे बचने की लिए शादी से पहले दोनों लाइफ पार्टनर को अपने हैल्थ की जांच करवानी चाहिए। थैलीसीमिया और एचआईवी की जांच शादी से पहले दोनों को करवानी चाहिए ताकि शादी के बाद का जीवन सुखमय और बच्चे स्वस्थ हो सकें।