Sonu jha
कोलकाता : उत्तर बंगाल में चाय बागानों में काम करने वाली महिला श्रमिकों की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने वहां 71 क्रेश हाउस बनाने की मंजूरी दी है। इसमें 45 क्रेश हाउस के निर्माण का काम जारी है। राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक ने शुक्रवार को विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में यह जानकारी दी। घटक ने सदन को बताया कि कुल 71 क्रेश हाउस के लिए राज्य सरकार ने 23.77 करोड़ रुपये आवंटित किया है। इनमें 45 का काम जारी है। उन्होंने बताया कि उत्तर बंगाल के पांच जिलों दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, अलीपुरद्वार व कलिम्पोंग में चाय बागानों में ही इन क्रेश हाउस का निर्माण किया जा रहा है। इस हाउस में विशेषकर चाय बागानों में काम करने वाली महिला श्रमिकों को काम की अवधि के दौरान अपने छोटे बच्चों को रखने की सुविधा होगी। इन क्रेश हाउस में महिलाएं अपने बच्चे को रखकर काम कर सकेंगी। इस हाउस में बच्चों के खाने-पीने से लेकर देखभाल, चिकित्सा की सभी सुविधाएं होंगी। मंत्री ने उम्मीद जताई कि दुर्गा पूजा से पहले इनमें से 50 प्रतिशत क्रेश हाउस चालू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि चाय बागानों में काम करने वाली महिलाओं को अपने छोटे नवजातों या बच्चे को पीठ पर लादकर काम करना पड़ता है, इससे निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार ने क्रेश हाउस के निर्माण का फैसला लिया।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि उत्तर बंगाल में चाय श्रमिकों की सुविधा के लिए 44 स्वास्थ्य केंद्र (हेल्थ सेंटर) खोलने को भी राज्य सरकार ने पहले ही मंजूरी दी है। इसके लिए 35.32 करोड़ आवंटित किए गए हैं। इसमें 22 का काम शुरू हो चुका है। ये हेल्थ सेंटर भी उन्हीं पांचों जिले में खुलेंगे।
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