अभिजीत हाजरा,
हावड़ा : ग्रामीण हावड़ा के जयपुर थाना अंतर्गत ग़ाज़ीपुर में ‘फ्यूचर फ़ॉर नेचर फ़ाउंडेशन’ कि ओर से ‘वन्यजीव संरक्षण जागरूकता शिविर’ का सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
बागरोल एक मध्यम आकार की जंगली बिल्ली है। मानव बस्ती धीरे धीरे कृषि भूमि में रूपांतरण होने व अन्य कारणों से, बागरोल का निवास स्थान दिन-ब-दिन सिकुड़ता जा रहा है, इसलिए IUCN ने 2008 में बागरोल को लुप्तप्राय घोषित कर दिया।
ग़ाज़ीपुर गांव के लोगों के बीच यह धारणा बनी हुई है कि बाघ एक डरावना जानवर है जो इंसानों पर हमला करता है। बच्चों को मुंह से पकड़ लेता है. जिसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए गाज़ीपुर गर्ल्स स्कूल में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
यह वन्यजीव कार्यशाला स्कूल अधिकारियों और ‘फ्यूचर फॉर नेचर फाउंडेशन’ की संयुक्त पहल से सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस परियोजना ने स्कूली लड़कियों के बीच गलत धारणाओं को तोड़कर उन्हें ऑडियो और विजुअल तरीकों से अवगत कराया गया।
संगठन की ओर से वन्य जीव संरक्षण के लिए राज्य भर में काम कर रहे राज्य पशु संरक्षक सुभ्रोदीप घोष और संगीता गिरी उपस्थित थे।
स्कूली छात्राओं मे जागरूकता के लिए डॉक्यूमेंट्री फिल्में दिखाई गईं इस वन्य जीव कार्यशाला में स्कूली छात्राएं अपने गांव के लोगों को समझेंगी और संरक्षण की भूमिका निभाएंगी।