उमेश तिवारी
हावड़ा ः राशन सामग्री लेने के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन की बाध्यता नहीं होगी। राशन दुकानों पर मोबाइल पर मिलने वाले ओटीपी से सामग्री मिल सकेगी। कोरोना संक्रमण के चलते सरकार ने इस आशय के आदेश जारी कर व्यवस्था में बदलाव किया है। लेकिन यह व्यवस्था राशन डीलरों के लिए गले की हड्डी बन गई है। इस व्यवस्था से न सिर्फ ग्राहक बल्कि राशन डीलर भी परेशान है। ओटीपी व्यवस्था को सुदृढ करने व उन्हें मिलने वाली कमीशन में बढ़ोतरी तथा बकाया कमीशन की मांग को लेकर कोलकाता एण्ड अर्बन फेयर प्राइस शॉप ऑनर्स वेलफेयर एसोसिएशन के हावड़ा यूनिट की ओर से विभाग के उप निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया लेकिन उनकी अनुपस्थित में विभाग के एक राशन अधिकारी ने ज्ञापन को स्वीकार किया।
- इस मुद्दे पर एसोसिएशन के सह सचिव अखिलेश दुबे (रिंकू)ने बताया कि ई-पोएस (इलेक्ट्रॉनिक्स प्वाइंट ऑफ सेल)मशीन पर ओटीपी देने पर राशन मिलेगा। लेकिन इसके लिए राशन डीलरों को मात्र एक मिनट का समय मिलता है अगर एक मिनट में लिंक मिल गया तो ठीक नहीं तो सब बेकार। दूसरी ओर ग्राहकों को ओटीपी प्राप्त करने और जमा करने में तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कहा जाता है कि सर्वर डाउन है। उपभोक्ताओं को राशन सामग्री मिलने में दिक्कत हो रही है तो कईयों को राशन ही नहीं मिल रहा है। राशन नहीं मिलने से ग्राहकों के साथ- साथ डीलरों में भी नाराजगी है और इससे तरह- तरह की परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार की इस नीति के कारण राशन डीलरों व ग्राहकों के बीच मारपीट की नौबत आ जाती है। इसलिए हमारी मांग है कि केन्द्र सरकार तत्काल इस सिस्टम को ठीक करें। उन्होंने बताया कि कई बार ग्राहकों का मोबाइल नं. बदल जाता है जिससे उन्हें ओटीपी नहीं मिल पाता और वे राशन से वंचित हो जाते है। उन्होंने बताया कि उन्हें 75 पैसा कमीशन मिलता है, जिसे बढ़ाकर 4 रुपया किया जाय। साथ ही कई ऐसे भी राशन डीलर हैं जिनका 6 से 8 महीने का कमीशन बकाया है, उसका तुरंत भुगतान किया जाय। इस मौके पर अचिंत्या सांतरा, दीन दयाल अग्रवाल, केष्टो चन्द्र माइती, भानू, अर्घदीप बेरा सहित एसोसिएशन के कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।