हावड़ा: फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। ठगी करने के आरोप में जगाछा के रहने वाले शुभदीप बनर्जी के खिलाफ उसकी पत्नी ने जगाछा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शुभदीप बनर्जी ने बैंगलोर से बीटेक की पढ़ाई की है। वह बीटेक के बाद एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हैं। इस दौरान कुछ दिन पहले उसकी बिहार निवासी ललन से बात हुई थी। तब से वे अंतरराष्ट्रीय ठगी गिरोह से जुड़ गया। अलग-अलग राज्यों में कई लोगों को ठगा है। उसने सरकारी एजेंसियों में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये वसूले हैं। प्राथमिक तौर पर बताया गया है कि इस फर्जीवाड़े के चक्र में ऑनलाइन इंटरव्यू कराने का काम शुभदीप करता था। बदले में उसे रुपये मिलते थे।वहीं, पिछले साल उसने प्रेम विवाह की थी। शादी के समय उसने कहा था कि वह सीबीआई के सहायक निदेशक है। उसकी गाड़ी में नीली बत्ती भी लगी हुई थी। इसी गाड़ी में अलग-अलग जगहों पर घूमना था। उसके पास पहचान पत्र समेत कई अन्य दस्तावेज भी थे। लेकिन कुछ महीने पहले उसकी पत्नी को पता चला कि वह सीबीआई अधिकारी नहीं है। पत्नी ने उसे अलग-अलग समय पर लोगों के ऑनलाइन के माध्यम से साक्षात्कार लेते देखा था। फर्जीवाड़ा सामने आते ही पत्नी ने तलाक दे गया। इस संबंध में जगाछा थाने में उसकी पत्नी ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन शुभदीप अभी कोलकाता में नहीं बल्कि दिल्ली में है। सूत्रों ने बताया कि वह हावड़ा कोर्ट में बात कर सरेंडर करेगा। इधर परिवार के लोग चाहते हैं कि बेटे को सजा मिले। उसने परिवार को भी धोखा दिया और गहने बेच दिए और सब कुछ खत्म कर दिया। उसे दंडित किया जाना चाहिये।हावड़ा: फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। ठगी करने के आरोप में जगाछा के रहने वाले शुभदीप बनर्जी के खिलाफ उसकी पत्नी ने जगाछा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शुभदीप बनर्जी ने बैंगलोर से बीटेक की पढ़ाई की है। वह बीटेक के बाद एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हैं। इस दौरान कुछ दिन पहले उसकी बिहार निवासी ललन से बात हुई थी। तब से वे अंतरराष्ट्रीय ठगी गिरोह से जुड़ गया। अलग-अलग राज्यों में कई लोगों को ठगा है। उसने सरकारी एजेंसियों में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये वसूले हैं। प्राथमिक तौर पर बताया गया है कि इस फर्जीवाड़े के चक्र में ऑनलाइन इंटरव्यू कराने का काम शुभदीप करता था। बदले में उसे रुपये मिलते थे।
वहीं, पिछले साल उसने प्रेम विवाह की थी। शादी के समय उसने कहा था कि वह सीबीआई के सहायक निदेशक है। उसकी गाड़ी में नीली बत्ती भी लगी हुई थी। इसी गाड़ी में अलग-अलग जगहों पर घूमना था। उसके पास पहचान पत्र समेत कई अन्य दस्तावेज भी थे। लेकिन कुछ महीने पहले उसकी पत्नी को पता चला कि वह सीबीआई अधिकारी नहीं है। पत्नी ने उसे अलग-अलग समय पर लोगों के ऑनलाइन के माध्यम से साक्षात्कार लेते देखा था। फर्जीवाड़ा सामने आते ही पत्नी ने तलाक दे गया। इस संबंध में जगाछा थाने में उसकी पत्नी ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। में लेकिन शुभदीप अभी कोलकाता में नहीं बल्कि दिल्ली में है। सूत्रों ने बताया कि वह हावड़ा कोर्ट में बात कर सरेंडर करेगा। इधर परिवार के लोग चाहते हैं कि बेटे को सजा मिले। उसने परिवार को भी धोखा दिया और गहने बेच दिए और सब कुछ खत्म कर दिया। उसे दंडित किया जाना चाहिये।
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