संघमित्रा सक्सेना
कोलकाता: वेक्टर बॉर्न बीमारी की रोकथाम के लिए गुरुवार
केएमसी की ओर से बारह नंबर बोरो में जरूरी बैठक किया गया। कोलकाता नगर निगम के डिप्टी मेयर, विधायक अतिन घोष इस बैठक में सामिल हुएं। डॉक्टर देवाशीष विश्वास भी इस बैठक में सामिल हुएं। कॉन्फ्रेंस रूम में हुए इस विशेष बैठक में बोरो चेयरमैन, वॉर्ड काउंसलर्स, ईई (सिविल), ईई(बीएलडीजी), ईई(ईएंडएच),चीफ मैनेजर(आरईभी), एसेसर कलेक्टर, एडी (एसडब्लूएम), सीएमएचओ, मुख्य भीसीओ, भीसीओ, वॉर्ड एमओ, बोरो भीसीआई सहित अन्य अधिकारियों के उपस्थिति में बैठक संपन्न हुआ। बता दे कि सभी वार्ड से डेंगू को जड़ से मिटाने के लिए स्थिति का जायजा लिए डेप्युटी मेयर अतिन घोष। डेंगू की नियंत्रण के लिए वार्ड में पार्षद कितने तत्पर है, यह भी डिप्टी मेयर अतिन घोष ने इस बैठक में पता किए। कोलकाता मेट्रो पॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी के अंदर की कुछ जमीन बारह नंबर बोरो की बहुत बड़ी समस्या है। इस समस्या से निपटने के लिए डिप्टी मेयर ने कहा कि इस विषय पर केएमसी हेड क्वार्टर में एक और बैठक करेंगे।
*क्या है वेक्टर बॉर्न डिजीज?*
वेक्टर बॉर्न डिजीज एक ऐसा बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमन फैलाती है। वेक्टर बॉर्न डिजीज के मुख्य कारक मच्छर और मक्खी है। प्रमुख वेक्टर बॉर्न बीमारियां जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकन गुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, फेलेरिया आदि हैं।
*कब फैलती है वेक्टर बॉर्न डिजीज?*
यह एक सीजन बीमारी है। खासकर बारिश के मौसम में यह बीमारी बड़ जाती है। और कई लोगों को यह बीमारी अपनी चपेट में ले लेती है। जरूरी सजगता न बरतने पर यह जानलेवा साबित हो सकती है।
*लक्षण*
बुखार, सिरदर्द, शरीर व आखों में दर्द, उल्टी आना, सांस लेने में तकलीफ होना, शरीर में लाल लाल चकते हो जाना आदि इसका मुख्य लक्षण हैं। बता दे कि एडीज मच्छर की कटने से डेंगू होता है। वही एनाफिल्ज के काटने से मलेरिया होती है। इसके अलावा जापानी इंसेफेलाइटिस भी मच्छर से होनेवाली खतरनाक बीमारी है। यह बीमारी 200 मीटर के अंदर लोगों को अपना शिकार बनाती है।