कोलकाता : भारतीय तटरक्षक बल (कोस्ट गार्ड) के उत्तर- पूर्व क्षेत्रीय मुख्यालय, कोलकाता के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय तटीय स्वच्छता दिवस 2023 पर शनिवार को बंगाल व ओडिशा के समुद्र तटों पर बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया गया।
इस सफाई अभियान में तटरक्षक बल के कर्मियों व उनके परिवार के सदस्यों के अलावा केंद्र व राज्य की विभिन्न एजेंसियों, स्कूल- कालेजों के छात्रों, एनसीसी कैडेटों, गैर सरकारी संगठनों के सदस्यों, तटीय पुलिस और उत्साही स्वयंसेवियों आदि की बढ़-चढ़कर भागीदारी देखी गई।एक बयान में बताया गया कि बंगाल के हल्दिया, फ्रेज़रगंज (बक्खाली) और कोलकाता के अलावा ओडिशा के पारादीप, पुरी और बटेश्वर में समुद्र/नदी तटों पर आयोजित इस मेगा सफाई अभियान में 2500 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया तथा इस दौरान 1500 किलोग्राम समुद्री और प्लास्टिक कचरा एकत्रित किया।
इस अभियान के जरिए लोगों में स्वच्छ तट, सुरक्षित समुद्र के महत्व और स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण के लिए प्लास्टिक कूड़े मुक्त परिवेश की आवश्यकता का संदेश फैलाया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस सफाई अभियान में तटरक्षक बल के उत्तर- पूर्व क्षेत्र के कमांडर व महानिरीक्षक (आइजी) इकबाल सिंह चौहान बल की अग्रिम पंक्ति की इकाई आइसीजीएस फ्रेज़रगंज के जवानों के साथ कोलकाता से सटे दक्षिण 24 परगना जिले के बक्खाली समुद्र तट पर अभियान में शामिल हुए। इस अभियान में सम्मानित अतिथि के रूप में श्रीमंत कुमार माली, अध्यक्ष, गंगासागर बक्खाली विकास प्राधिकरण ने छात्रों और स्थानीय लोगों के साथ इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर बोलते हुए महानिरीक्षक इकबाल सिंह चौहान ने ऐसे नेक काम के लिए स्वेच्छा से काम करने और प्रदूषण मुक्त वातावरण के अभियान में योगदान देने के लिए सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन नई पीढ़ी में प्रतिबद्धता की भावना जगाते हैं और दुनिया को एक स्वच्छ स्थान बनाने में उनकी भूमिका स्थापित करते हैं।
कोलकाता में प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए स्वच्छ जल निकायों और परिवेश के महत्व के बारे में स्थानीय आबादी और समाज के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए मानिकतला के सुभाष सरोवर में भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से सफाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर एसबीआइ के मुख्य महाप्रबंधक प्रेम अनुप सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। यहां तटरक्षक कर्मियों और परिवारों, एसबीआइ कर्मियों, पर्यावरणविद् और आम नागरिकों ने मिलकर सरोवर के आसपास के क्षेत्र को साफ किया।