संघमित्रा सक्सेना
कोलकाता: कोलकाता की हेरिटेज अलीपुर जू में पांच दिवसीय जू फेस्टिवल चल रहा है। इस फेस्टिवल के दूसरे दिन क्विज कंपटीशन का आयोजन किया गया था। शुक्रवार सुबह से ही बारिश हो रही थी लेकिन इसके वावजूद फेस्टिवल में कई बच्चें शामिल हुए। स्कूल के बच्चें और कॉलेज जानेवाले बच्चों ने अलग अलग विभागों के प्रतियोगिता में भाग लिया।
फेस्टिवल के दूसरे दिन बच्चों में उत्साह सराहने लायक थी। रामकृष्ण मिशन विद्यामंदिर की जूलोजी की स्टूडेंट सौप्तिक किशोर का कहना है कि अच्छा लग रहा हैं। वाइल्डलाइफ को और अच्छे से जानने के लिए जू फेस्टिवल बहुत जरूरी हैं।
सत्यासी हाई स्कूल की छात्रा प्रेयसी घोष को कहना है कि जू फेस्टिवल के जरिए हम जागरूक हो रहे है की कैसे वन्यजीव से पेश आएं और इसकी संरक्षण करें। यहां पेंटिंग, एक्सटेंपो और क्वीज में पार्टिसिपेट कर अच्छा लग रहा है। संपूर्ण विषय में अलीपुर जू के निर्देशक तापस दास ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण जरूरी हैं। लेकिन ये तभी संभव होगा जब समाज में जागरूकता होगी। इस दिशा पर जागरूकता फैलाना ही जू फेस्टिवल का मूल लक्ष्य हैं। उन्होंने और भी कहा कि उन्हें उनकी दुनिया में जीने दे और खुद अपनी दुनिया में तभी नैचर का बैलेंस बरकरार रहेगा। प्रकृति और वन्यजीव दोनों इस धरती का अहम हिस्सा हैं।
मैनमेड वर्ल्ड, वाइल्ड वर्ल्ड के विपक्षी नहीं हो सकते क्योंकि हम वह सृष्टि जो खुद के पहले दूसरे के बारे में सोचने और करने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों को जू फेस्टिवल में सामिल होने लिए बधाई दी।