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हावड़ा: अब पश्चिम बंगाल के बाजार में सुधा ब्रांड का दूध आने वाला है.पिछले चार दशकों से बिहार स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित सुधा दूध और डेयरी उत्पाद बिहार और झारखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, ओडिशा, दिल्ली और उत्तर पूर्व भारतीय राज्यों में लोकप्रिय हैं।
बिहार में सहकारी समितियों के माध्यम से 13 लाख डेयरी किसानों से प्रतिदिन 27 लाख लीटर दूध संग्रह किया जाता है।
सुधा ब्रांड का यह दूध पश्चिम बंगाल के बाजार में आने वाला है. शुक्रवार को हावड़ा पंचला में “सुधा” की एक फैक्ट्री का उद्घाटन किया गया.
फैक्ट्री का उद्घाटन कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रभाकर ने किया. आज से उस फैक्ट्री में उत्पादन शुरू हो गया है.
कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रभाकर ने कहा कि दूध, घी, लस्सी, पनीर, आइसक्रीम, दही, मक्खन के अलावा विभिन्न मिठाइयां, पीने का पानी और बिस्कुट बाजार में उतारे जा रहे हैं.
प्रारंभ में बिक्री का लक्ष्य कोलकाता और उसके आसपास के क्षेत्रों को रखा गया था और धीरे-धीरे इसे पूरे राज्य में फैलाया जाएगा।
हावड़ा के अलावा 15 जनवरी को उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में भी एक नई यूनिट का उद्घाटन किया जाएगा.
बिहार की तरह, सुधा सहकारी समितियों के माध्यम से डेयरी किसानों से दूध खरीदेगी। अगले कुछ वर्षों में एक लाख किलोग्राम दूध उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय डेयरी किसानों के अलावा कई लोगों को रोजगार मिलेगा.
वही प्रभाकर ने बताया कि कंपनी के यहां कारोबार शुरू करने के इस कदम से फिलहाल प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से एक हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार से भी हमें पूरा सहयोग मिल रहा है।
लांचिंग के मौके पर काम्फेड के मार्केटिंग मैनेजर कुमार अमरेंद्र, एनडीडीबी के पूर्वी क्षेत्र के टीम लीडर डा एस राय,
काम्फेड के कोलकाता जोन के चीफ एग्जीक्यूटिव शुभोजित चटर्जी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।