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पश्चिम बंगाल में हिंसा के साए में पंचायत चुनाव के लिए कल मतदान

कोलकाता : बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए हिंसा के साए में शनिवार को सभी 22 जिलों में एक ही चरण में मतदान होगा। ग्राम पंचायत, जिला परिषद और पंचायत समिति की लगभग 74,000 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। वहीं, चुनाव की घोषणा के बाद से ही बीते 29 दिनों में उत्तर बंगाल से लेकर दक्षिण बंगाल तक के विभिन्न हिस्सों में जिस तरह से बेलगाम हिंसा जारी है, उससे लोग सहमे हुए हैं। मतदान से एक दिन पूर्व शुक्रवार को भी जगह-जगह हिंसा हुई। मुर्शिदाबाद जिले के रानीनगर इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ता अरविंद मंडल (45) की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगा है। हालांकि तृणमूल ने आरोपों से इन्कार किया है। इसी के साथ पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से मतदान पूर्व हिंसा में अब तक 20 लोगों की जानें जा चुकी है, जिनमें से चार अकेले मुर्शिदाबाद जिले से बताई जा रही है।

शुक्रवार को कूचबिहार जिले के दिनहाटा इलाके में भी फिर दो पक्षों में गोलियां चली, जिसमें तीन भाजपा कार्यकर्ता घायल हो गए। वहीं, मतदान से पूर्व बीरभूम जिले के दुबराजपुर इलाके से 200 जिंदा बम भी बरामद किया गया।

इधर, चुनाव से पहले खूली खेल की ऐसी घटनाओं और राज्य में चुनावी हिंसा के इतिहास को देखते हुए विपक्षी दलों से लेकर हर कोई मतदान के दिन भारी हिंसा को लेकर आशंकित हैं। इस बीच राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद का दौरा कर हिंसा में मारे गए विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं के परिवार से मुलाकात की। राज्यपाल ने पत्रकारों से बातचीत में लोगों से चुनाव में बुलेट का जवाब बैलेट से देने की अपील की।

822 कंपनी केंद्रीय बलों की रहेगी तैनाती, लेह से एयरलिफ्ट कर लाए गए जवान

हिंसा के मद्देनजर कलकत्ता हाई कोर्ट ने पहले ही पंचायत चुनाव के लिए कुल 822 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती का निर्देश दिया है। कुल 61,236 पोलिंग बूथों पर केंद्रीय बलों व राज्य पुलिस की निगरानी में बैलेट पेपर से ही मतदान होंगे।

मतदान से एक दिन पूर्व अंतिम समय में लद्दाख के लेह से एयरलिफ्ट कर पांच कंपनियां और दो प्लाटून जवानों को पानागढ़ एयरबेस लाया गया, जहां से उन्हें बूथों पर भेजा गया। राज्य में यह पहली बार है जब जवानों को एयरलिफ्ट कर लाया गया है।

वहीं, साल 2013 के बाद यह दूसरा मौका है जब हाई कोर्ट के निर्देश पर केंद्रीय बलों के साये में यहां पंचायत चुनाव हो रहा है। इस बीच मौजूदा स्थिति में जान के खतरे को देखते हुए हर बूथ पर पुलिस के साथ केंद्रीय बल के चार जवान तैनात रहेंगे। बीएसएफ आइजी के इस अनुरोध को राज्य चुनाव आयोग ने मान लिया है। हाई कोर्ट ने मतदान केंद्रों के भीतर पुलिस व केंद्रीय बलों को बराबर अनुपात में तैनाती का आदेश दिया है।

सभी सीमाएं सील, 61236 बूथों पर पड़ेंगे वोट  

चुनाव के चलते राज्य से लगती सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। सुबह सात बजे से कुल 61,236 बूथों पर वोट पड़ेंगे। चुनाव आयोग ने इनमें से 4,834 बूथों को संवेदनशील घोषित किया है, जहां अतिरिक्त जवान तैनात रहेंगे। सभी बूथों पर सीसीटीवी भी लगाए गए हैं। चुनाव में लगभग 5.67 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। शुक्रवार शाम तक सभी पोलिंग बूथों पर मतदान व सुरक्षा कर्मी भी पहुंच गए।

रिकार्ड 2.36 लाख प्रत्याशी हैं मैदान में

आयोग के आंकड़ों के अनुसार, कुल 73,941 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। जिनमें 3317 ग्राम पंचायतों की 63,283 सीटें, 341 पंचायत समिति की 9730 सीटें एवं जिला परिषद की 928 सीटें शामिल है। इसके लिए इस बार रिकार्ड 2,36,464 नामांकन पत्र दाखिल किये गये थे। हालांकि इनमें से करीब नौ प्रतिशत सीटों पर बिना चुनाव के निर्विरोध ही जीत हो चुका है।

दूसरी ओर, मतदान के दौरान भाजपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी अपना मतदान केंद्र छोड़कर किसी भी बूथ पर नहीं जा सकेंगे। आयोग द्वारा लगाए गए इस रोक को हाई कोर्ट ने बरकरार रखा है।

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