Sonu jha
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के दत्तपुकुर में एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट की घटना को लेकर मुख्य विपक्षी भाजपा के विधायकों ने राज्य सरकार को घेरते हुए सोमवार को राज्य विधानसभा में जमकर हंगामा किया।
भाजपा विधायक दल की ओर से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने इस घटना पर तुरंत सदन में चर्चा कराने व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान की मांग को लेकर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने खारिज कर दिया।
इसके बाद भाजपा विधायकों ने रविवार को हुई इस घटना के विरोध में नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन (वाकआउट) किया। विधानसभा परिसर में भी विधायकों ने हाथों में पोस्टर लेकर ममता सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सुवेंदु ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सभी सबूत नष्ट होने से पहले राज्य सरकार को घटना की जांच तत्काल एनआइए को सौंप देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के समक्ष भी एक याचिका दाखिल की है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। सुवेंदु ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह राजनीति करने में व्यस्त हैं, विधानसभा आने का उन्हें समय नहीं है।
ममता राज्य की गृह व पुलिस मंत्री भी हैं, इसीलिए हम उनसे जवाब चाहते थे, लेकिन वह पार्टी की रैली में व्यस्त हैं। सुवेंदु ने कहा कि इससे पहले बीरभूम, कालियाचक, इंग्लिशबाजार व एगरा में भी इस प्रकार की घटना घट चुकी है, लेकिन सीएम के पास इसपर 10 मिनट का भी समय नहीं है। सुवेंदु ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की भी मांग की।
घटनास्थल पर आरडीएक्स होने का किया दावा सुवेंदु ने यह भी कहा कि विस्फोट इतना तीव्र था कि आसपास के घरों की कंक्रीट की छतों को गंभीर नुकसान पहुंचा। उन्होंने दावा किया, आरडीएक्स विस्फोटक के इस्तेमाल के कारण इसकी तीव्रता काफी अधिक थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि पटाखा के नाम पर विभिन्न जगहों पर बम बनाए जा रहे हैं। इन सभी क्रियाकलापों में सत्तारूढ़ तृणमूल के लोग शामिल हैं। दत्तपुकुर में पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में इकाई के मालिक और उसके बेटे सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी।
सुवेंदु ने यह भी कहा कि जब एगरा में इसी तरह का विस्फोट हुआ था, तब मुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के उपाय करने के लिए मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक दल बनाया जाएगा। भाजपा नेता ने सवाल किया कि राज्य सरकार जो उपाय करने वाली थी, उनका क्या हुआ?
सुवेंदु ने आरोप लगाया कि पुलिस व तृणमूल नेताओं के संरक्षण में राज्य में अवैध पटाखा व बम कारखाने चल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि दत्तपुकुर इलाके में 56 अवैध कारखाने चल रहे हैं।
उन्होंने आमडांगा के थानेदार का नाम लेकर कहा कि हर महीने इन अवैध इकाइयों से 50 हजार रुपये की वसूली की जाती है और तृणमूल के विधायक व मंत्री तक यह पैसा जाता है। सुवेंदु ने यह भी दावा किया कि विस्फोट में मारे गए सभी लोग तृणमूल से जुड़े हुए थे।