संघमित्रा सक्सेना
नॉर्थ 24 परगना: बैरकपुर कमिश्नरेट ऑफ पुलिस की तरफ से बीकेपिसी की वारवी प्रतिष्ठा दिवस मनाया गया। सुबह न बजे एस एस एफ बी एन परेड ग्राउंड में कार्यक्रम की शुरुवात हुई। आई पी एस तथा बैरकपुर कमिश्नरेट ऑफ पुलिस आलोक राजौरिया ने सभी पुलिस कर्मियों की उत्साहवर्धन किए। एस एस एफ बी एन परेड ग्राउंड में सलामी के साथ, परेड और मार्च मूवमेंट से आई पी एस आलोक राजौरिया को सम्मानित किया गया। सीपी ने भी अपने सभी पुलिस कर्मियों को बी के पी सी की वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस दौरान कई जाबांज ऑफिसर को उनके काम के लिए सम्मानित किया गया। ग्रुप फोटो के साथ कार्यक्रम को यादगार बनाया गया।
*”बी के पी सी” की प्रतिष्ठा की इतिहास*
सन 2012 को सरकारी आदेश की अनुसार विधान नगर पुलिस जिला, उत्तर 24 परगना पुलिस जिला के सहित बैरकपुर पुलिस जिला का निर्माण हुआ।
*विभागीय जानकारी*
*बी के पी सी” हेड क्वार्टर बैरकपुर में स्थित है। यह तीन जोन में बटें हैं। पहला नॉर्थ जोन, दूसरा सेंट्रल जोन और तीसरा साउथ जोन। आपको बता दे कि 269.5 स्क्वार किलोमीटर में स्थित कुल 25 लोकल पुलिस स्टेशन बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के अंदर आते है। यह विशाल एरिया और सभी पुलिस स्टेशन की काम “बी के पी सी” द्वारा संचालित होता हैं। जिसके मुख्य अधिकारी आई.पी.एस आलोक राजौरिया हैं। इसके अलावा, एक डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस हेड क्वार्टर, डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस नॉर्थ जोन, डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस नॉर्थ जोन और साउथ जोन हैं।
*कैसे करती है बी के पी सी काम, जानिए!*
बिजपुर, नैहती, जगद्दल, नोआपारा,बैरकपुर, टीटागढ़,खरदह,घोला, बेलघरिया, बारानगर, निमता, दमदम बैरकपुर पुलिस जिला प्रशासन के साथ काम करती थी। सन 2015 में न्यू बैरकपुर पुलिस स्टेशन बना वही घोला पी एस को विभाजित किया गया।
*2019 जगद्दाल पी एस और रोहोरा पीस को विभाजित कर भटपड़ा पीएस की स्थापना हुई। *2020, में खरदाह पी एस को विभाजित किया गया और हलिशहर पीएस और मोहनपुर पीएस की स्थापना हुआ।
*2022 को जेतिया पुलिस स्टेशन, शिवदासपुर पीएस, बदुदेबपुर पीएस का निर्माण हुआ। 2022 की मार्च में नगरबाजार पीएस, कमरहटी पीएस, दक्षिणेश्वर पीएस का निर्माण हुआ। इसके अलावा महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, महिला पुलिस स्टेशन, ट्रैफिकिंग के खिलाफ कड़क प्रदर्शन की तहत “ऑपरेशन स्माइल” ” ऑपरेशन मुस्कान” जैसी कार्यक्रम को पुलिस सहायता बूथ की मध्यम से लोगों तक पोहुचया गया। तथा 106 नंबर आर्टिलरी रोड में साइबर क्राइम दफ्तर का निर्माण हुआ।