कोलकाता : पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर घटनाओं को दौर नहीं थम रहा है। पिछले नौ घंटों में चुनाव से संबंधित दो और मौतें हुई हैं। अब मरने वालों की संख्या बढ़़कर 17 हो गई है।
गुरुवार सुबह बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार इलाके के सेरेंडा में एक तालाब से निर्दलीय उम्मीदवार चोबी नाहरा के पति दिलीप नाहरा का शव बरामद हुआ है।
चोबी नाहारा ने दावा किया कि उनके पति राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार हुए हैं। वह एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं।
उन्होंने हत्या के लिए तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिले के संयुक्त संयोजक काली प्रसाद बंदोपाध्याय के करीबी सहयोगियों को जिम्मेदार ठहराया है।
हालांकि बंदोपाध्याय ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि स्थानीय भाजपा नेतृत्व इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अनावश्यक रूप से सत्तारूढ़ पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
वहीं बुधवार देर रात मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में देसी बम विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मृतक की पहचान बेलडांगा थानाक्षेत्र के महेशपुर इलाके के निवासी कमाल शेख (30) के रूप में की गई है। स्थानीय पुलिस सूत्रों ने कहा कि उसके शव के पास से देसी बम बनाने की सामग्री बरामद की गई है।
इस बीच मृतक की राजनीतिक संबद्धता को लेकर विवाद छिड़ गया है।
तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि कमाल शेख एक समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता थे, मगर जिला कांग्रेस नेतृत्व ने आरोपों से इनकार किया है।
मंगलवार को ही राज्य के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने हिंसा और झड़प की घटनाओं को छिटपुट बताया था। उन्होंने कहा था कि इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। जो घटनाएं हुई थी उस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की थी।
मालवीय ने कहा हम दिशानिर्देशों के अनुसार काम कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है और हिंसा की घटनाओं में कमी आई है। मीडिया छोटी-छोटी घटनाओं को बड़ी घटना के रूप में पेश कर रहा है।
पंचायत चुनाव के लिए चल रहा प्रचार गुरुवार दोपहर तक थम जाएगा। चुुुुनाव से पहले ऐसी घटनाओं को देखते हुए मतदान के दिन हिंसा की आशंका और गहराती जा रही है।