संघमित्रा सक्सेना
कोलकाता: इंडो-जापान रिसर्च एंड एकेडमिक कोलाबोरेशन की बैठक हुई । इस दौरान बैठक में चर्चा का मुख्य विषय टिकाऊ वेस्ट मैनेजमेंट और मैटेरियल सर्कल्स था। एकेडमिक इंस्टीट्यूट्स, इंडस्ट्रीज और गांव में वेस्ट मैनेजमेंट और मैटेरियल सर्कल्स के यूज पर चर्चा हुआ।
यादवपुर यूनिवर्सिटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में इस एकेडमिक बैठक का आयोजन किया गया था। बता दे कि प्रोफेसर तथा आईएसडब्लूएमएडब्लू (इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट, एयर एंड वाटर)
के प्रेसिडेंट साधन के घोष, क्योटो विश्वविद्यालय की अध्यक्ष डॉक्टर मिसूजु आसारी और एस रॉय चौधरी ने मौ कॉन्ट्रैक्ट में हस्ताक्षर किया। यह कॉन्ट्रैक्ट टेक्नो इंडिया यूनिवर्सिटी, आईएसडब्लूएमएडब्लू और क्योटो एसएफडी कंसोर्टियम के बीच संपन्न हुआ।
इस दौरान इंडो-जापान कोलाबोरेशन प्रतिनिधि हेरिटेज इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को इस कार्यक्रम में सामिल किएं। इसके अलावा इंडो-जापान प्रतिनिधि दल के सदस्य ने साउथ सिटी इंटरनेशनल स्कूल में भी बच्चों के साथ कुछ समय बताएं।
इस समारोह में इंडो-जापान प्रतिनिधि दल के लीडर तथा अध्यक्ष प्रोफेसर साधन के घोष, क्योटो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉक्टर मिसूजू असारी,
जापानी टीम लीडर प्रदीप अग्रवाल, सीईओ डॉक्टर बसब चौधरी, हेरिटेज इंस्टिट्यूट के अध्यक्ष इस कार्यक्रम को सार्थकता प्रदान की।