
कोलकाता : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) आंतरिक सुरक्षा के साथ सुदूर क्षेत्र के ग्रामीण युवाओं का भविष्य संवारने में भी अहम भूमिका निभा रहा है। इसी क्रम में बंगाल में तैनात सीआरपीएफ की 184वीं वाहिनी द्वारा वर्ष 2021 में सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत झाडग़्राम जिले के गिधनी व आसपास के अन्य दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू की गई मिशन कामयाब के तहत 35 अभ्यर्थियों ने इस साल विभिन्न केंद्रीय बलों में नौकरी पाई है। मंगलवार को सीआरपीएफ द्वारा झाडग़्राम राज कालेज प्रांगण में कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं की इस सफलता का जश्न मनाया गया।

एक बयान में बताया गया कि 184वीं वाहिनी के कमांडेंट बीआर मीना के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में इन सफल अभ्यर्थियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अभ्यर्थियों का उत्साहवर्धन के लिए डीएस ग्रेवाल पुलिस, उप महानिरिक्षक (आपरेशन), मिदनापुर सहित बल के अधिकारियों एवं इलाके के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस मौके पर कमांडेंट बीआर मीना ने कहा कि इस मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों को सरकारी नौकरी प्राप्त करने में सहयोग के लिए मुफ्त कोचिंग से लेकर शारीरिक प्रशिक्षण, प्रतियोगिता सबंधी मुफ्त अध्ययन सामग्री व मार्गदर्शन प्रदान किया गया।

उन्होंने कहा कि इस अभियान में क्षेत्र के काफी संख्या में विद्यार्थियों ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई है और इसके तहत 35 अभ्यर्थियों ने सीआरपीएफ के समर्थन व समर्पित शिक्षकों के मार्गदर्शन में एसएससी (जीडी) 2022-23 परीक्षा के माध्यम से सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, सीआइएसएफ, असम राइफल्स व अन्य पुलिस बलों में सफलता पाई है। उन्होंने दावा किया कि 2021 में मिशन कामयाब शुरू किए जाने के बाद से बहुत ही कम समय में अब तक कुल 59 अभ्यर्थियों ने सरकारी नौकरी प्राप्त की है। कमांडेंट ने इस दौरान 184वीं वाहिनी द्वारा शुरू किए गए कुछ अन्य कार्यक्रमों जैसे मिशन कन्यादान, मिशन किसान स्वाभिमान, मिशन जल ही जीवन, मिशन सेव द अर्थ व मिशन भारत दर्शन का भी उल्लेख किया, जिससे इलाके के लोग लाभांवित हो रहे हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि पौधारोपण कार्यक्रम के तहत 184वीं वाहिनी ने इस वर्ष लगभग 30 हजार और अभी तक तीन साल के अंदर क्षेत्र में कुल 70 हजार पौधे लगाए हैं।
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